Rumored Buzz on shiv chalisa lyricsl
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दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
महाशिवरात्रि मनाने के आध्यात्मिक कारण
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
अर्थ- हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमददेवी भागवत् Shiv chaisa पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
दोस्तों श्री शिव जी के लोकप्रिय भजन पर हमारी शोध एवं लेखन कार्य जारी है। अतिशीघ्र यहां पर shiv chalisa in hindi आपको और भजन पढ़ने को मिलेगा। आपको श्री Shiv chaisa शिव जी का कौन सा भजन ज्यादा अच्छा लगता है, जरूर बताइएगा।